आँखे बंद करके - TEJPAL KUMAVAT

आँखे बंद करके – TEJPAL KUMAVAT

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आँखे बंद करके

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आँखे बंद करके – TEJPAL KUMAVAT

आँखे बंद करके जिस पर भरोसा किया
वो बदनाम करके चला गया
अपना माना था जिसको हमने
वो रिश्ता तोड़कर चला गया

भूल हुई थी मुझसे
उसको अपनी जिंदगी मानता था
यादों से पलके भीग जाती हैं अब
क्योंकि में उसे अपना खुदा मानता था

आँखे बंद करके मैने उसको
दिल से लगाया था
आँखो में धूल झोंक कर उसने
खून के आँसू रोने पर मजबूर कराया था

मत करना आँखे बंद करके भरोसा
दिल टूट जायेगा
जिस व्यक्ति के होने से तुम
गुमान करते हो खुद पर
वो इंसान तुम्हें एक दिन छोड़ जायेगा

हर इंसान एक जैसा नही होता
हर इंसान धोखेबाज़ नहीं होता
जो अपना होता है वो
आँखो से पल भर भी
दूर नही होता

पलको में आँसू देखकर
आज वो इंसान मुँह मोड लेता है
जब साथ छुटता है अपनों का
रूह निकलती है, दिल तड़पता है

BY – TEJPAL KUMAVAT

5 thoughts on “आँखे बंद करके – TEJPAL KUMAVAT”

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