By- VARUN SINGH GAUTAM
वीर भूमि की है तीर्थ धरोहर
विजय गूञ्ज हमारी कारगिल की
पथ – पथ करता पन्थी मेरी पुकार
शौर्य मेरी धड़कन की गङ्गा बहार
यौवन बढ़ चला सिन्धु में ज्वार
राष्ट्र एकता अखण्डता का करें हुँकार
आर्यावर्त स्वच्छन्द के मस्तष्क धरा मैं
इन्कलाब के रङ्गभूमि में मैं पला
तड़पन मेरी माँ की एक पैग़ाम
चिङ्गारी मेरी अंकुरित बचपन आँगन के
उठा लूँ मैं शमशीर , धार वतन के
कर रहें कैलाश महाकाल का हुँकार
ललकार नहीं यह ख़ून तड़पन की धार
बनें हम राष्ट्रीय शान्ति मानवीय सार
ध्वज कफन के सलामी करती मेरी धड़कनें
हौंसलों बुलन्दी के तमन्नाओं में मैं विलीन
कफ़न हो जाऊँ मैं शहादत ध्वज में
मांग के थाल में मेरी कलित चिङ्गार
साँसों – साँसों में धड़क रहा व्यथा मेरी
पला माँ के वात्सल्य तड़पन करुणा मैं
जञ्जीर गुलामी के चन्द्रहास बनूँ मैं
मातृभूमि कुर्बानी के चनकते मेरी कलियाँ
मोल नहीं अनमोल है हमारी आजादी
इन्कलाब बोलियाँ की गूञ्जती शङ्खनाद
बचपन के आँगन में चिङ्गारी प्रज्वलित
मोहब्बत सरताज के आँसू में विलीन
चाहत मेरी आँखों में बलिदानी दस्तूर
पनघट पानी गगरिया के दीवानें हम
वीर जवानों के कफन शोहरत में
अपने खून से मातृभूमि के दृग धोएँ
रूकना झुकना मुझे आता नहीं
प्राण माँ के चरणों में अर्पित आगे बढ़े
मैं समर्पित वन्देमातरम् की ललकार
” राम नाम सत्य है ” नहीं कहना मुझे
आन – बान – शान प्रतिष्ठित मज़हब
पारावार नग नभ हिन्दुस्तान के संस्कार
सत्य चक्र गतिशील विजयी अग्रसर
राम – कृष्ण – महावीर – बुद्ध – अशोक की धरा
अविद्या दुःख से निर्वाण चौबीस तीलियाँ सार
यें हैं राष्ट्र , धर्म व अशोक चक्र के पैग़ाम
यह कविता मँझधार पुस्तक से वरुण सिंह गौतम की स्वंयकृति है।
SN | NOTES |
1 | IMPORTANT TEST SERIES FOR ALL EXAMS |
2 | LIST OF ALL QUIZZES |
3 | IMPORTANT STATIC GK FOR ALL EXAMS |
4 | INTERESTING FACTS FOR ALL EXAMS |
5 | FREE SUBJECT WISE NOTES FOR ALL EXAM |
TELEGRAM GROUP LINK 2 – CLICK HERE