खुशियों को याद करो - SAURABH SINGH

खुशियों को याद करो – SAURABH SINGH

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खुशियों को याद करो - SAURABH SINGH
खुशियों को याद करो – SAURABH SINGH

खुशियों को याद करो, गम को तुम भुल जाओ,
दोस्तों को याद करो, खुशियों को याद करो।
एक वो दिन था आज ये रात है,
दोस्तों के नाम उस दिन को याद करो।

इस जालीम दुनिया में, कौन किसका होता है,
जिसमे करो भरोसा, धोखा वही देता है।
पर दोस्ती वह चीज है, जिसने सबको मिलाया है,
दोस्तो को दोस्त और दुश्मनों से मिलाया है।

दोस्तों से न रूठना, दोस्ती थे न तोड़ना,
इस दोस्ती को, आँखों मे बसाए रखना।
कहने को मेरे, यार बहुत से है,
पर तुम जैसा कहाँ, इस दुनिया मे कोई है।

खुशियों को याद करो, गम को तुम भुल जाओ,
दोस्तों को याद करो, खुशियों को याद करो।

BY – SAURABH SINGH

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