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दीपावली का प्राचीन नाम क्या था? आइये जानते हैं
*दीपावली का प्राचीन नाम दीपमाला था। “दीप” का अर्थ होता है दीपक या दिया। माला” का अर्थ होता है पंक्ति या लाइन।
दीपावली क्यों मनाई जाती है ?
दिवाली या दीपावली यह एक रोशनी ( प्रकाश ) का मुख्य त्यौहार है। दीपावली रोशनी का ही नहीं बल्कि आपसी प्रेम और भाई चारा का भी त्यौहार है। बुराई पर अच्छाई और अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है। इस दिन धन-संपदा और समृद्धि का आशीर्वाद पाने के लिए मां लक्ष्मी की हर जगह पूजा की जाती है और लगभग सभी लोग नए कपड़े पहनते हैं।
दीपावली के त्योहार को दीप पर्व अर्थात दीपों का त्योहार कहा जाता है। भगवान श्रीराम जब लंका के राजा रावण का वध कर पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अयोध्या वापस लौटे तो उसी दिन अयोध्या की पूरी नगरी में दीपक जगमगा रही थी।
दीपावली का अर्थ क्या होता है ?
*दीप” का अर्थ होता है दीपक या दिया।
दिवाली 2023 पूजा मुहूर्त
प्रातः 8 बजकर 2 मिनट से दोपहर 12 बजकर 11 मिनट तक।
दोपहर 1 बजकर 34 मिनट से दोपहर 2 बजकर 57 मिनट तक।
शाम 5 बजकर 42 मिनट से रात 10 बजकर 34 मिनट तक।
गणेश मंत्र
गजाननम्भूतगभू गणादिसेवितं कपित्थ जम्बू फलचारुभक्षणम्।
म् उमासुतं सु शोक विनाशकारकं नमामि विघ्नेश्वरपादपंकजम्।
लक्ष्मी मंत्र
ऊँ श्रींह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मी नम:॥
कुबेर मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः॥
दीपावली से लाभ?
*दीपावली के त्योहार को सुख और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि दीपावली के दिन लक्ष्मी-गणेश का पूजा करने से धन,सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है। अंधकार पर प्रकाश, अन्याय पर न्याय, अज्ञान से अधिक बुराई और खुफिया पर अच्छाई, की विजय का प्रतीक हैं।
दीपावली कैसे मनाते है?
*यह त्योहार लगभग सभी धर्म के लोग मनाते हैं। इस त्योहार के आने के कई दिनों पहले से ही घरों की साफ – सफाई और लिपाई-पुताई, सजावट प्रारंभ हो जाती है। इन दिन पहनने के लिए नए कपड़े बनवाए जाते हैं, मिठाइयां बनाई जाती हैं। इस दिन देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है इसलिए उनके आगमन और स्वागत के लिए घरों अच्छी तरह से सजाया जाता है।
गोवर्धन पूजन मुहूर्त
गोवर्धन पर्व 14 नवंबर 2023 को मनाया जाएगा।
शुभ समय – प्रातः 9 बजकर 26 मिनट से दोपहर 1 बजकर 34 मिनट तक।
दोपहर 2 बजकर 56 मिनट से शाम 4 बजकर 19 मिनट तक।
रात 7 बजकर 19 मिनट से रात 8 बजकर 57 मिनट तक।
भाई दूज का शुभ मुहूर्त
भाई दूज 15 नवम्बर 2023 को मनाया जाएगा।
शुभ समय – प्रातः 6 बजकर 41 मिनट से प्रातः 9 बजकर 26 मिनट तक।
प्रातः 10 बजकर 49 मिनट से दोपहर 12 बजकर 11 मिनट तक।
दोपहर 2 बजकर 56 मिनट से शाम 5 बजकर 41 मिनट तक।
रात 7 बजकर 19 मिनट से रात 12 बजकर 12 मिनट तक।
दिपावली की शुभकामनाएं हिन्दी और अंग्रेजी में यहां से डाउनलोड कीजिए
दीपावली का प्राचीन नाम क्या था? आइये जानते हैं