सूर्य
सूर्य By- SONU KRISHNAN मुझे जैसे चाहो वैसे रखोमारो या काटो ,चाहे जाति धर्म में बांटोजिंदगी देना ही मेरा काम ll मुझसे ही दिन मुझसे ही रात ,क्यों करूं मैं अपना ठाट-बाट lमुझसे ही गर्मी मुझसे ही राहत ,जब मैं आऊं तो होती है आहट ll हमें वीर कहो या कायर ,कभी धूप कभी हो …