देह या मानव (कविता) By- VARUN SINGH GAUTAM
देह या मानव (कविता) By- VARUN SINGH GAUTAM देह या मानव ये प्रिय तुम्हारे हृदय के भूगोल मेंखगोलीय कांति हैजो मुझे बार – बार आकर्षित कर रही हैया फिर तुम्हारे देह के भूगोल मेंआखिर कौन इतिहास है!जो बार – बार तुम्हें और ज्यादा ही सौन्दर्य बनाती हैहै प्रिय सच जान लो मैं अपने प्रीत लिएतुम्हें …