होली आई (कविता) By- VARUN SINGH GAUTAM
होली आई (कविता) By- VARUN SINGH GAUTAM होली आई होली आई होली आईढ़ेर सारी खुशियाँ लायीरङ्गों का त्योहार हैबच्चों का भी हुड़दङ्गकहीं पिचकारी की रङ्ग तोकहीं कीचड़ों की दङ्गजहाँ भी अबीर – गुलाल के सङ्गकहीं ढोल बाजा तोकहीं अंगना की गीत – गानाफाल्गुन की होलीवसन्त की होलीजहाँ खेतों में सरसोंइठलाती हुई गेहूँ की बालियाँआम्र मञ्जरियों …