निःशेष लिए… भाग – एक By Science ka Mahakumbh / January 24, 2023 January 24, 2023 हाँ, कोई है मेरे जीवन को सुदृढ़ लिए परिस्थितियां देख मुझे बताती, समझाती भी है सच में वो बहुत ही ज्यादा…
कवित्त भाग – चार By Science ka Mahakumbh / January 24, 2023 January 24, 2023 लोग छुट जाते समय के मध्यांतर से विरह की अग्नि को क्या कहूं ? बहुत ही ज्यादा तड़पाती है पता है सांत्वना देने के बजाय
कवित्त भाग – तीन By Science ka Mahakumbh / January 24, 2023 January 24, 2023 पता नहीं होगा तुझे…! तुझे देखने की तमन्ना, बातें करने की, तुम्हारी मुखारविंद से…