बसन्त पंचमी
By- VARUN SINGH GAUTAM बसन्त पंचमी बसन्त पंचमी का महोत्सवचहुंओर फैली खुशियोंत्सवपेड़ों को डालियाँ झूल उठीक्या बच्चें या पक्षियों का खेल !कहीं दूर से देखो बन्धुसुनायी दी कू की अमराईमानो जैसे वो दे रहा…..निमंत्रण ऋतु के ऋतुराज कोसूर्य के देखो ऊपर की किरणेकितने जगमग ज्योति विशालपक्षियों की चहचहाहट गूंज उठीयह किलकारियाँ किस शैशव की !मुरली …