घड़ी
घड़ी By- SONU KRISHNAN टिक-टिक-टिक करते रहती ,हमेशा चलती फिर भी न थकती lरात-भर जागती दिन-भर जागती ,फिर भी यह कभी ना सोती ll जो दूसरों को जगाती है ,वह हीरा ना मोती है lना वह खाती , ना वह पीती ,सबको यही बतलाती है ll दिन हो या रात , ये हमेशा चलती है …