धरती को बचाना होगा
इनका नाम बबीता पटेल है। ये रायगढ़ छत्तीसगढ़ की रहने वाली हैं। इनके पिता श्री परमानंद पटेल और माता श्रीमती मोंगरा पटेल हैं। इनके प्रेरणा इनके माता पिता,सभी गुरु जन व इनके सभी चाचा (पिता जी के छोटे भाई) हैं। विशेषकर ये खीरसागर पटेल,जीवन पटेल व शिवराज पटेल जी से प्रेरित हुई है । यह भी कक्षा नौवीं की विद्यार्थी है। ये वर्तमान में शासकीय हाई स्कूल तेलीपाली में शिक्षा ग्रहण कर रही है । ये स्वतंत्र लेखिका हैं। इनको कविता, शायरी, लेख आदि लिखना पसंद हैं इनकी रचनाएँ संस्कार न्यूज़ में प्रकाशित होती रहती हैं। इन्होंने लिखना 18-07-2021 से प्रारंभ किया है। इन्होंने सबसे पहले मेरे पापा नामक कविता लिखी । उसके पश्चात एक स्त्री क्या चाहती है ,बचपन की यादें, आदि 30+ कविताएं लिख चुकी हैं। 2022 में इनकी solo-book “मेरी कलम मेरे मन की आवाज” भी प्रकाशित हो चुकी है ।
कुछ अलग ही रंग में ढलती जा रही है हमारी धरती
सच में बदलती जा रही है हमारी धरती
पेड़ भी काटे जा रहे हैं
लोग पृथ्वी का महत्व नहीं समझ पा रहे हैं
यह धरती ही तो हमारी माता है
फिर क्यों इंसान ही समझ नहीं पाता है
धरती तो है जीवन का आधार
क्यों नहीं सुनते धरती माता की पुकार
लोग इसे कर रहे हैं बेकार
जब धरती का अंत हो जाएगा
तो ये मानव बड़ा पछताएगा
इसलिए हम कह रहे हैं
धरती को बचाना होगा
हमें अपना फर्ज निभाना होगा
अधिक से अधिक पेड़ लगाना होगा
वनों को भी नष्ट होने से बचाना होगा
हमें अपना फर्ज निभाना होगा
पर्यावरण संरक्षण का मार्ग अपनाना होगा
हमें अपनी धरती को बचाना होगा
स्वरचित- बबीता पटेल
(कक्षा 9वीं ) छत्तीसगढ़
ई-मेल- [email protected]
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