बेटी है तो कल है (कविता) – BABITA PATEL

बेटी है तो कल है (कविता) - BABITA PATEL

बेटी है तो कल है
बेटी से ही जीवन का हर पल है
बेटी पिता की पगडी़
घर की इज्जत है
बेटी वो देवी है
जो कभी हंसते हुए
दूसरों को हंसाना जानती है